फाइनेंशियल एक्सप्रेस के अनुसार, अगर किसी स्कीम में 12-15 महीनों तक रिटर्न न मिल रहा हो तो एसआईपी को रोक देना लॉन्ग-टर्म में घाटे का सौदा हो सकता है। जब बाज़ार में गिरावट होती है तो एसआईपी कम कीमतों पर ज़्यादा यूनिट खरीदने में मदद करता है और यही कम लागत वालीं यूनिट्स लंबे समय में अधिक मुनाफा देती हैं।