जयपुर का जंतर-मंतर एक खगोलीय अवलोकन जगह है जिसे 18वीं शताब्दी में राजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने बनवाया था। सवाई जय सिंह ने अंतरिक्ष और समय की सही जानकारी प्राप्त करने के उद्देश्य से जंतर-मंतर का निर्माण करवाया था। उन्होंने जयपुर के अलावा दिल्ली, बनारस, उज्जैन और मथुरा में हिंदू खगोलशास्त्र के आधार पर वेधशालाओं का निर्माण करवाया था।