हर साल 6 जुलाई को दुनियाभर में विश्व ज़ूनोसिस दिवस मनाया जाता है। यह दिन उन बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है जो जानवरों से मनुष्यों में फैलती हैं। गौरतलब है कि फ्रेंच केमिस्ट और माइक्रोबायोलॉजिस्ट लुई पाश्चर ने 6 जुलाई 1885 को जूनोटिक रोग के खिलाफ पहले टीके का सफल प्रयोग किया था।