एम्स दिल्ली के शोधकर्ताओं ने ई-सिगरेट पर लगे प्रतिबंध पर पुनर्विचार का सुझाव दिया है। उनका कहना है कि निकोटीन युक्त ई-सिगरेट धूम्रपान छोड़ने में मददगार हो सकती है। हालांकि, इसके दुरुपयोग और अवैध बिक्री का खतरा भी है। शोधकर्ताओं ने चेताया कि पूर्ण प्रतिबंध से अवैध मार्केटिंग बढ़ सकती है जबकि नियंत्रित उपयोग से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।