एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, अगर पाकिस्तान का भारत से फार्मा व्यापार टूटता है तो पाकिस्तान को दवाइयों और ऐक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स को दूसरे देशों से महंगी दरों पर खरीदना पड़ेगा। बकौल अधिकारी, अभी भारत से दवाइयां पहले दुबई भेजी जाती हैं फिर वहां से पाकिस्तान इन्हें इंपोर्ट करता है। पाकिस्तान, भारत के दवा मार्केट में 38वें स्थान पर है।