भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई ने रविवार को कहा कि अपनी मातृभाषा में पढ़ाई करने से व्यक्ति में अवधारणा के स्तर पर समझ बढ़ती है और जीवन के लिए मज़बूत मूल्यों का विकास होता है। उन्होंने कहा, "आज मैं जिस भी मुकाम पर पहुंचा हूं, उसमें मेरे शिक्षकों और इस स्कूल की अहम भूमिका रही है।"