आरबीआई की 2022-23 की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में धीमी आर्थिक वृद्धि, भू-राजनीतिक तनाव और वित्तीय बाज़ारों में अस्थिरता से भारत की आर्थिक वृद्धि दर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। बकौल आरबीआई, वैश्विक परिस्थितियों से घरेलू आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होती हैं लेकिन वैश्विक भू-आर्थिक बदलावों से मिले विकास के नए अवसरों के चलते भारत बेहतर स्थिति में है।