कुछ कंपनियों का अपना पीएफ ट्रस्ट होता है और नौकरी बदलने पर कर्मचारी का डेटा जैसे डेट ऑफ जॉइंनिंग (डीओजे), जन्मतिथि ईपीएफओ को भेजती हैं। ऐसे एक मामले में डीओजे अपलोड नहीं हुई जिससे ईपीएफओ ने ट्रांसफर डेट को डीओजे समझ लिया। इससे कर्मचारी का 15-साल का सर्विस पीरियड खत्म हुआ और पेंशन एलिजिबिलिटी, ट्रांसफर कंटिन्यूटी आदि पर असर पड़ा।