अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के टैरिफ के बीच एप्पल के शेयरों में भारी गिरावट के बाद अब एप्पल नहीं बल्कि माइक्रोसॉफ्ट दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है। सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को शेयर बाज़ार बंद होने तक माइक्रोसॉफ्ट का बाज़ार पूंजीकरण $2.64 लाख करोड़ जबकि एप्पल का बाज़ार पूंजीकरण घटकर $2.59 लाख करोड़ हो गया।