खैबर पख्तूनख्वा (पाकिस्तान) के जनजातीय इलाके में ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई करने वाले मिर्ज़ा अली खान वज़ीर के पास करीब 10,000 सशस्त्र जवान थे जिन्होंने ब्रिटिश सेना के साथ कई लड़ाइयां लड़ीं। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने भारत-पाकिस्तान विभाजन का विरोध किया था और कहा था कि अगर विभाजन होना ही है तो उन्हें पश्तूनिस्तान नामक एक नया देश मिले।