ज़रदोज़ी की जड़ें प्राचीन ईरान के ससैनियन साम्राज्य से हैं और भारत का 12वीं शताब्दी में इससे ताल्लुक हुआ। तुर्की सुल्तान ज़रदोज़ी की कला भारत लाए लेकिन मुगल काल में एंब्रॉयडरी की कला फली-फूली और अकबर द्वारा ईरान से बुलाए गए कारीगर शाही परिवार के कपड़े बनाने लगे। वहीं, पर्दे व सजावट की चीज़ों पर ज़रदोज़ी की बुनाई होती थी।