प्रोजेक्ट्स की प्रगति और लागत में वृद्धि से जुड़ी एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, रेलवे के ₹150 करोड़ से अधिक के कम-से-कम 114 प्रोजेक्ट्स लंबित हैं। इनमें मुनीराबाद-महबूबनगर प्रोजेक्ट सबसे अधिक 276 महीने से लंबित है। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला प्रोजेक्ट 247 महीनों की देरी के साथ दूसरे और बेलापुर-सीवुड-उरन इलेक्ट्रिफाइड डबल लाइन प्रोजेक्ट 228-महीने की देरी के साथ तीसरे स्थान पर है।