रूपा अशोक हुरा बनाम अशोक हुरा और अन्य के मामले (2002) में सुप्रीम कोर्ट के सामने सवाल आया कि क्या उसके द्वारा जजमेंट देने के बाद भी दोषी को राहत मिल सकती है। इसके बाद, सुप्रीम कोर्ट ने फैसले को गलती की संभावना से बचाने के लिए क्यूरेटिव की अवधारणा दी। पुनर्विचार याचिका खारिज होने पर क्यूरेटिव दाखिल होती है।