घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2025 में अब तक भारतीय इक्विटी बाज़ार में ₹5 लाख करोड़ से ज़्यादा का निवेश किया है। लगातार दूसरे साल डीआईआई ने यह आंकड़ा पार किया है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, प्रमोटर्स द्वारा भारी बिकवाली और निजी इक्विटी फंड्स द्वारा मुनाफावसूली के बावजूद डीआईआई की खरीदारी ने एफआईआई की बिकवाली के दबाव को कम किया।