त्सुतोमु यामागुची जापान द्वारा मान्यता प्राप्त एकमात्र व्यक्ति थे जो दोनों परमाणु हमलों में बच गए थे। 6 अगस्त 1945 को जब पहला बम गिरा तब वह हिरोशिमा में थे जिसके बाद वह नागासाकी में आ गए जहां तीन दिन बाद दूसरा बम गिराया गया। यामागुची का 2010 में कैंसर के कारण 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया।