2009 बैच के आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने बताया है कि 1996 में 10वीं में थर्ड डिवीज़न आने पर उनके पिता ने उनसे दोबारा परीक्षा देने को कहा था। उन्होंने बताया, "मैंने मना कर दिया। मैंने उनसे (पिता) यह आग्रह किया कि मेरे मार्क्स किसी को न बताएंं। किसी के पूछने पर बस इतना बताएं कि 'पास कर गया' है।"