सेबी ने अनाधिकृत निवेश सलाह सेवाओं को लेकर 'बाप ऑफ चार्ट' प्लैटफॉर्म चलाने वाले नसीरुद्दीन अंसारी समेत सात लोगों/इकाइयों पर एक साल तक के लिए प्रतिभूति बाज़ार में प्रवेश करने से रोक दिया है। सेबी ने इन सातों को 3 महीने के भीतर ₹17.2 करोड़ वापस करने का भी निर्देश दिया। अंसारी पर ₹20 लाख का जुर्माना भी लगा है।