सोमवार को भारतीय शेयर बाज़ार करीब 4% की गिरावट के साथ बुरी तरह क्रैश हो गया। 'हिन्दुस्तान टाइम्स' के मुताबिक, 1992 में हुए हर्षद मेहता स्कैम को भारतीय इतिहास में सबसे बड़ा स्टॉक मार्केट क्रैश माना जाता है। एशियाई वित्तीय संकट (1997), डॉट-कॉम बबल बर्स्ट (2000), वैश्विक वित्तीय संकट (2008) और कोविड-19 के समय आए संकट अन्य बड़े क्रैश हैं।