महाराष्ट्र सरकार की भाषा परामर्श समिति ने स्कूलों में कक्षा 1 से हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में अनिवार्य करने के फैसले का विरोध किया है। समिति प्रमुख लक्ष्मीकांत देशमुख ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर यह फैसला वापस लेने का अनुरोध किया। महाराष्ट्र में सभी स्टेट बोर्ड के स्कूलों में हिंदी पढ़ाना अनिवार्य किया गया है।