ईलाइफ की स्टडी के मुताबिक, समय से पहले प्यूबर्टी या प्रसव से महिलाओं में बीमारियों और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में तेज़ी आती है। बकौल स्टडी, जिन लड़कियों में 11-वर्ष की आयु से पहले प्यूबर्टी आती है और जो महिलाएं 21-वर्ष की आयु से पहले गर्भवती होती हैं उनमें टाइप-2 मधुमेह व हृदयाघात का खतरा दोगुना हो जाता है।