पहलगाम हमले में बचे एक शख्स के मुताबिक, गोलियां चलने पर आर्मी में कार्यरत उसके भाई ने परिवार व अन्य 30-40 लोगों को नीचे की ओर भागने को कहा था। उन्होंने कहा, "वहां ढलान थी...झरना बह रहा था जिसके चलते आतंकी हमें नहीं देख पाए...नीचे आते हुए कई लोग कीचड़ में फिसले भी...लेकिन जान बचाने के लिए सभी भागते रहे।"