सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद केवल प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन से कोई मालिक नहीं बन सकता है। मालिकाना हक साबित करने के लिए कई अन्य कागज़ों की भी ज़रूरत होगी जिनमें सेल डीड (प्रॉपर्टी सेल का सबसे अहम डॉक्युमेंट), टाइटल डीड, म्यूटेशन सर्टिफिकेट, एनक्रम्बेंस सर्टिफिकेट (प्रॉपर्टी पर कोई लोन/कानूनी झंझट नहीं), प्रॉपर्टी टैक्स रसीद, पज़ेशन लेटर, वसीयत/गिफ्ट डीड शामिल हैं।