'आजतक' के अनुसार, यूपी का कफ सिरप विवाद मुख्य रूप से ₹2,000 करोड़ के अवैध नशीली दवाओं के कारोबार से जुड़ा है। वाराणसी, जौनपुर, लखनऊ सहित कई ज़िलों में कोडीन-आधारित कफ सिरप के अवैध नेटवर्क का खुलासा हुआ। जांच में पता चला कि 37 लाख से अधिक बोतलें, फर्ज़ी कागज़ात, शेल कंपनियों और जाली लाइसेंसों के माध्यम से बेची गईं।