अमेरिकी सरकार जल्द हॉल्टिंग इंटरनैशनल रीलोकेशन ऑफ एम्प्लॉयमेंट (एचआईआरई) बिल लाने वाली है जिसमें उन अमेरिकी कंपनियों पर भारी टैक्स लगाए जाने का प्रावधान है जो विदेशों से नौकरियां/सेवाएं आउटसोर्स करती हैं। यह बिल कानून बना तो भारतीय आईटी इंडस्ट्री पर संकट आ सकता है जो कई अमेरिकी कंपनियों को सॉफ्टवेयर, क्लाउड सर्विसेज़, डेटा प्रोसेसिंग जैसी कई सेवाएं देती है।